विकास की दृष्टि जब तकनीक और आधुनिकता के साथ जुड़ती है तो परिवर्तन- मुख्यमंत्री

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उ0प्र0 के मुख्यमंत्री तथा उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से यमकेश्वर, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड स्थित महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राजकीय महाविद्यालय की डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन किया।विकास की दृष्टि जब तकनीक और आधुनिकता के साथ जुड़ती है, तब नये और व्यापक परिवर्तन दिखायी पड़ते हैं – मुख्यमंत्री, उ0प्र0


डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारम्भ उत्तराखण्ड सरकार की विकास के प्रति दृष्टि और उसकी प्रतिबद्धताओं को दर्शाता है।प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड में विकास के अनेक कार्य सम्पन्न हो रहे।प्रधानमंत्री द्वारा लिये गये निर्णयों व प्रयासों से देश कोविड-19 को नियंत्रित करने में सफल रहा।उ0प्र0 में कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित किया गया, जिसकी सराहना देश-दुनिया में हुई।कोरोना काल के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हुए।डिजिटल लाइब्रेरी का लाभ शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को व्यापक स्तर पर उपलब्ध होगा और वे शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे।तकनीक के माध्यम से दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी समझ सकेंगे कि दुनिया में क्या-क्या परिवर्तन हो रहे हैं।


डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारम्भ महत्वपूर्ण कदम, इसके उपयोग से शिक्षकों व विद्यार्थियों की योग्यता व जानकारी बढ़ेगी।डिजिटल लाइब्रेरी यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (सी0एस0आर0) के तहत स्थापित की गयी।डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन एक ऐतिहासिक क्षण होने के साथ-साथ खुशी का भी अवसर – मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड

लखनऊ – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज वर्चुअल माध्यम से यमकेश्वर, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड स्थित महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राजकीय महाविद्यालय की डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन किया। उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्चुअल माध्यम से अपने सरकारी आवास पर सम्मिलित हुए। यह डिजिटल लाइब्रेरी यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (सी0एस0आर0) के तहत स्थापित की गयी है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास की दृष्टि जब तकनीक और आधुनिकता के साथ जुड़ती है, तब नये और व्यापक परिवर्तन दिखायी पड़ते हैं। महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राजकीय महाविद्यालय की डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारम्भ उत्तराखण्ड सरकार की विकास के प्रति दृष्टि और उसकी प्रतिबद्धताओं को दर्शाता है। इसमें इस महाविद्यालय को राजकीय महाविद्यालय बनाये जाने का निर्णय भी शामिल है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड ने विगत 04 वर्षाें के दौरान विकास की नई ऊँचाइयों को छुआ है। ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की रैंकिंग में उत्तराखण्ड राज्य ने सुधार किया है। राज्य के लोगों की भावनाओं के अनुरूप वहां की धार्मिक व सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखते हुए विकास के कार्य किये जा रहे हैं। केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम नये स्वरूप में उभरे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड में विकास के अनेक कार्य सम्पन्न हो रहे हैं। धैर्य, संयम, अनुशासन का परिचय देते हुए हरिद्वार महाकुम्भ आयोजित हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से पिछले एक वर्ष के दौरान पूरी दुनिया त्रस्त रही। जन-धन की व्यापक हानि हुई, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा लिये गये निर्णयों व प्रयासों से देश कोविड-19 को नियंत्रित करने में सफल रहा। यहां की जनता सुरक्षित रही और आर्थिक गतिविधियां भी समयानुसार संचालित हुईं। उत्तर प्रदेश में भी कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित किया गया, जिसकी सराहना देश-दुनिया में हुई।

तकनीक का महत्व कोरोना काल में व्यापक पैमाने पर सामने आया। इसका उपयोग जनहित में किया गया। प्रधानमंत्री जनधन तथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खातों में सीधे धनराशि अन्तरित की गयी। भारत में कम अवधि के अन्दर कोविड-19 की दो स्वदेशी वैक्सीन उपलब्ध हुईं। व्यापक स्तर पर इन वैक्सीनों का उपयोग टीकाकरण में किया जा रहा है। बड़ी संख्या में हेल्थ वर्कर्स और फ्रण्टलाइन वर्कर्स का टीकाकरण हुआ है। इन वैक्सीनों को भारत ने मित्र देशों को भी उपलब्ध कराया है।

कोरोना काल के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में भी व्यापक परिवर्तन हुए। ऑनलाइन शिक्षा का प्रचार-प्रसार हुआ। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि डिजिटल लाइब्रेरी का लाभ शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को व्यापक स्तर पर उपलब्ध होगा और वे शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे। आज का युग डिजिटल युग है। देश और दुनिया की जानकारी एक स्थान पर डिजिटली प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने डिजिटल लाइब्रेरी को और समृद्ध किये जाने की बात कही।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को चरणबद्ध ढंग से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने शिक्षकों और विद्यार्थियों को शोध कार्याें से जुड़ने और आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सी0एस0आर0 के तहत सामाजिक व आर्थिक विकास के कार्यक्रमों को संचालित करना सराहनीय पहल है। इस भावना को बढ़ावा देते हुए व्यापक स्तर पर जनहित के कार्य किये जा सकते हैं।

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राजकीय महाविद्यालय की डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन एक ऐतिहासिक क्षण होने के साथ-साथ खुशी का भी अवसर है। इस क्षेत्र की आवश्यकता थी कि यहां पर एक अच्छा महाविद्यालय संचालित हो, जिसमें तकनीकी सुविधा के आधार पर छात्र-छात्राओं को पढ़ाई का बेहतर वातावरण उपलब्ध हो।

डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारम्भ उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके उपयोग से शिक्षकों व विद्यार्थियों की योग्यता व जानकारी बढ़ेगी। तकनीक का इस्तेमाल प्रगति के लिए बेहतर ढंग से कैसे करें, इसकी दृष्टि विकसित होगी। पठन-पाठन के साथ-साथ लोगों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन आएगा। तकनीक के माध्यम से दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी समझ सकेंगे कि दुनिया में क्या-क्या परिवर्तन हो रहे हैं।


यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के एम0डी0 एवं सी0ई0ओ0 राज किरण राय जी0 ने डिजिटल तकनीक के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि सामाजिक व शैक्षणिक विकास में बैंकों की महत्वपूर्ण भागीदारी है। यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया निरन्तर देश एवं प्रदेश के विकास में भागीदार रहा है। इसी प्रतिबद्धता के तहत बैंक द्वारा डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की गयी है।

उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य का अवसर है कि डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारम्भ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी के कर कमलों से हो रहा है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यक्रमों से बैंक भविष्य में भी पूरी दृढ़ता के साथ जुड़ा रहेगा।यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के क्षेत्रीय महाप्रबन्धक राजीव मिश्रा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।