चंदा घोटाले के बाद भूमि घोटाले पर राज्य सरकार मौन क्यों ….?

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अयोध्या धाम में चंदा घोटाले के बाद भूमि घोटाले पर राज्य सरकार मौन क्यो….?
जमथरा घाट से गोलाघाट तक सक्रिय 40 भूमाफियाओ पर कब चलेगा बुलडोजर….?
करोड़ो के चंदे घोटाले के बाद अरबो रुपये मूल्य की नजूल भूमि पर कब्जे के पीछे कौन….?
सत्ताधारी दल के सांसद के पत्र पर कब करेगी सरकार कार्यवाही।

अयोध्या धाम तीर्थ स्थल को भव्य और दिव्य बनाने के दावे करने वाली भाजपा सरकार के राज में पहले राम जन्म भूमि के विस्तार के लिए भूमि सौदे में श्रद्धालुओं से जुटाए गए करोड़ रुपये के चंदे में घोटाले के बाद अब वहां सरकारी नजूल भूमि पर कब्जा कर उसकी प्लाटिंग के धंधे में लेखपाल और अयोध्या के भाजपा सांसद के कार्यवाही के लिये मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के आधार पर चिन्हित 40 भू माफियाओं पर राज्य सरकार मौन धारण किये है, अब तक मुख्यमंत्री की तरफ से माफियाओं पर बुलडोजर की कार्यवाही की कोई घोषणा क्यो नही की गयी?

अशोक सिंह ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अयोध्या में जमथरा घाट से गोलाघाट तक सक्रिय 40 भूमाफियाओ द्वारा सरकारी नजूल भूमि पर प्लाटिंग करके अवैध कालोनियां विकसित की जाती रही स्थानीय प्रशासन व राज्य सरकार को कानो कान खबर नही हुई और मुख्यमंत्री जी इतिहास रचने के लिये बार बार वहां का दौरा करते रहे और दूसरी तरफ भूमाफिया जमीन बेचते रहे आखिर इस जमीन घोटाले के पीछे किस बड़े का हाथ है यह राज्य सरकार बताने के स्थान पर मौन धारण किये है।उन्होंने कहा कि धर्म की आड़ में सनातनधर्मीयो की आस्था प्रभु श्रीराम से जुड़ी भावनाओ के साथ राज्य सरकार के संरक्षण चंदे के जमा करोड़ो रुपये का जमीन खरीद के नाम पर खिलवाड़   बाद अरबो रुपये मूल्य की नजूल भूमि पर कब्जे के प्लाटिंग में उसकी भूमिका का सत्य उजागर हो गया है कि सत्ता में बैठे बड़ो का इस प्रकरण में पूरा हाथ है।

भाजपा को मानना पड़ा कि जमीन के घोर घोटाले में कौन है-सुप्रिया श्रीनेत

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि आज भाजपा को भी मानना पड़ रहा है कि उसके दामन में दाग है। भाजपा नेता,विधायक,महापौर,अधिकारी अयोध्या में बड़ी तादाद में जमीन ज़ायदाद के घोटाले में संलिप्त हैं। भगवान राम के नाम पर अवैध ज़मीन खरीदने -बेचने के घोटाले में 40 लोगों की सूची जारी हुई है, जिसमें भाजपा के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, पूर्व विधायक गोरखनाथ के नाम भी शामिल हैं।सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया कि इस ज़मीन घोटाले में न केवल भाजपा के विधायक और नेताओं ने लूट मचाई हुई है बल्कि नौकरशाहों और उनके रिश्तेदार, यहां तक कि स्थानीय राजस्व अधिकारियों, जिनका काम भूमि लेन-देन को प्रमाणित करना होता है, उन्होंने भी वहां पर बड़ा घोटाला किया।राम के नाम पर राजनीति करने वाले अब राम को ही बेचने में लगे हैं।भाजपा अभी तक कांग्रेस के विकास एवं उधोगों को बेच रही थी जब उससे भला न हुआ तो राम को बेचने पर आमादा हो गयी है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि स्थानीय लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर 40 भूमाफिया चिन्हित हुए हर मामले में डुग्गी पिटवाकर बुलडोजर की कार्यवाही करने वाले मुख्यमंत्री जी से सवाल है कि 31 जुलाई 2022 को उन्हें भाजपा सांसद द्वारा लिखे गए पत्र पर एक सप्ताह व्यतीत हो जाने के बाद भी अभी तक डुग्गी क्यो नही पिटी बुलडोजर क्यो नही चला इससे अनेक प्रश्न हवा में तैर रहे है राज्य सरकार आखिर मौन धारण कर सरकारी नजूल भूमि पर कालोनी विकसित क्यो होने दे रही है?क्या सत्ता धारी दल या उनसे जुड़े किसी व्यक्ति या संगठन के हित उससे जुड़े हुए है इन प्रश्नों का उत्तर तो जनता चाहती है। उंन्होने कहा भूमि पर कब्जे दार माफियाओं पर सख्त कार्यवाही की मांग कांग्रेस राज्य सरकार से चाहती है।