बाढ़ प्रभावित गांवों में पीड़ितों को राहत पहुंचाना सुनिश्चित करें-योगी

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एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0, पी0ए0सी0 की जल पुलिस एवंस्थानीय गोताखोरों व नाविकों के माध्यम से सुरक्षित आवागमनव राहत बचाव कार्य सुनिश्चित कराया जा रहा।केन्द्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’के अन्तर्गत निःशुल्क खाद्यान्न वितरण किया जा रहा।राज्य सरकार प्रत्येक जनपद में पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री वितरित करा रही।पानी से घिरे या इधर-उधर रह रहे बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थल पर राहतशिविरों में पहुंचाने के साथ उनको फूड पैकेट, सामुदायिक किचन के माध्यम से भोजन एवं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए।पशुओं के टीकाकरण एवं चारे की उपलब्धतासुनिश्चित करने के लिए भूसा वितरण के निर्देश।मेडिकल टीम लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण करे । बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन के लिए एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0, पी0ए0सी0 की स्टीमर या बड़ी नाव का ही प्रयोग किया जाए।बाढ़ प्रभावित गांवों में तैनात नोडल अधिकारी बाढ़ निगरानी समिति के साथ समन्वय बनाकर हर पीड़ित को राहत पहुंचाना सुनिश्चित करें।कोरोना महामारी पर नियंत्रण प्राप्त करने के सम्बन्ध में जनपद बलिया में बेहतर कार्य हुआ। कोरोना टीकाकरण के कार्य को तेजी से आगेबढ़ाने के लिए सबका सहयोग प्राप्त करने के निर्देश।

लखनऊ। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के अन्तर्गत निःशुल्क खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है। साथ ही, राज्य सरकार प्रत्येक जनपद में पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री वितरित करा रही है। राहत सामग्री के रूप में हर बाढ़ पीड़ित को 10 कि0ग्रा0 चावल, 10 कि0ग्रा0 आटा, 10 कि0ग्रा0 आलू, सूखे खाद्यान्न के रूप में भूजा-चना, लाई, मसाला, नमक, मोमबत्ती आदि आवश्यक सामग्री दी जा रही है। केरोसिन आॅयल भी उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं, जहां केरोसिन आॅयल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, वहां के लिए पेट्रोमैक्स या जेनरेटर के माध्यम से प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।  पानी से घिरे या इधर-उधर रह रहे बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थल पर राहत शिविरों में पहुंचाने के साथ उनको फूड पैकेट, सामुदायिक किचन के माध्यम से भोजन एवं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए। पशुओं के टीकाकरण एवं चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भूसा वितरण के भी निर्देश दिए गए हैं। मेडिकल टीम लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण करे। जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग व पंचायतीराज विभाग पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन के लिए एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0, पी0ए0सी0 की स्टीमर या बड़ी नाव का ही प्रयोग किया जाए। बाढ़ प्रभावित गांवों में तैनात नोडल अधिकारी बाढ़ निगरानी समिति के साथ समन्वय बनाकर हर पीड़ित को राहत पहुंचाना सुनिश्चित करें। सिंचाई विभाग कटान की समस्या का तत्परता से समाधान कराए। कोरोना महामारी पर नियंत्रण प्राप्त करने के सम्बन्ध में जनपद बलिया में बेहतर कार्य हुआ है। अब यहां एक भी कोरोना संक्रमण का मामला नहीं है। आॅक्सीजन की आपूर्ति में आत्मनिर्भरता के लिए जनपद में किया गया प्रयास सराहनीय है। उन्होंने फेफना में बन रहे 100 बेड के आधुनिक सुविधाओं से युक्त सी0एच0सी0 व 10 बेड के पीकू वाॅर्ड के लिए जिला प्रशासन की सराहना की। उन्होंने कोरोना टीकाकरण के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सबका सहयोग प्राप्त करने के निर्देश दिए।