अयोध्या मण्डलायुक्त के बड़े पुत्र का दिल्ली आईआईटी में चयन

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अयोध्या, मंडलायुक्त अयोध्या एमपी अग्रवाल साहब के पुत्र अमोघ विक्रम अग्रवाल ने आईआईटी में 468 रैंक प्राप्त कर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग आईआईटी दिल्ली के लिए चयनित हुए है। श्री अग्रवाल नियमित रुप से 10 से 12 घंटा अनवरत पढ़ते रहे। इसमें इनके पिता एमपी अग्रवाल एवं माता अर्चा अग्रवाल का विशेष योगदान रहा। उल्लेखनीय है, एमपी अग्रवाल स्वयं आईआईटीएन है।

आप कानपुर आईआईटी से इलेक्ट्रिकल इंजीयरिंग में डिग्री प्राप्त करने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा में 1997 में सेलेक्ट हुए थे। यह बहुत ही कम देखने को मिलता है कि आईटीआईटीएन पिता का पुत्र आईआईटी में सेलेक्ट हो तथा उसका वहीं ब्रांच मिले जो उसके पिता का ब्रांच हो। यह भी भविष्य दिखता है कि अमोघ विक्रम आगे चलकर निश्चित रुप से भारतीय प्रशासनिक सेवा में आयेंगे।

श्री अग्रवाल जब छोटे थे इनके पिता जी बुन्देलखण्ड के ललितपुर जनपद में लोकप्रिय जिलाधिकारी रहे। उसके बाद तत्कालीन सरकार के द्वारा इनकी योग्यता को देखते हुए विशिष्ट जनपद इटावा में जिलाधिकारी के रुप में तैनाती की गयी। जहां तीन वर्ष से ज्यादा जिलाधिकारी रहे।

श्री अग्रवाल के लोकप्रियता का आलम यह भी है कि इस जनपद के भी जिलाधिकारी लगभग ढाई साल रहे है तथा मण्डलायुक्त के रुप में तीस नवम्बर 2019 से तैनात है। अमोघ को आईआईटी में सेलेक्ट कराने में माता के साथ साथ विशेष रुप से इनके पिता एमपी अग्रवाल का योगदान है। क्योकिं कोरोना काल में कोचिंगे बंद है तथा एक आनलाईन शिक्षा के अलावे और कोई रास्ता नहीं है।

श्री अग्रवाल ने अपने पुत्र को नियमित रुप से चार से पांच घंटा प्रशासनिक सेवा में व्यतता के बाद भी अपने मोबाईल फोन से एवं व्हाट्सएप के माध्यम से पढ़ाते थे तथा जब जेई एडवांस की परीक्षा हो रही थी उस समय एमपी अग्रवाल का पूर्ण रुप से अस्वस्थ्य थे क्योकि इनका बेटा सेलेक्ट हुआ हमने स्वयं सुना है कि यह कहते थे कि आईआईटी में ही दाखिला लेना है नही तो अगले साल तैयारी करना।

एक पिता के रुप में इनकी व्यापकता पुत्र को काम आयी तथा इनका अनुभव भी काम आया तथा इनकी माता भी पोस्ट ग्रेजुएट विदुषी है। मै इस अवसर पर व्यक्तिगत रुप से व अयोध्या के पत्रकार साथियों की तरफ से उनको शुभकामना देता हूं। तथा श्री अग्रवाल ने इस सफलता का श्रेय भगवान श्री रामलला एवं हनुमानजी तथा कनक बिहारी जी को अर्पित किया है।