राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने राम की पैड़ी पर मंत्रोच्चार के साथ सरयू जी की आरती एवं पूजन कर दीप प्रज्ज्वलित किया।दीपोत्सव-2020 में 6,06,569 दीप प्रज्ज्वलित कर गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकाॅर्ड में एक नया कीर्तिमान स्थापित,अगले वर्ष 07 लाख 51 हजार दीप प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य।हम अपने पर्वों एवं त्योहारों को विषिष्ट तौर से आयोजित कर दुनिया के समक्ष यूनीक इवेण्ट के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं।सरयू जी की आरती एवं डिजिटल दीपावली का कार्यक्रम इसी श्रृंखला के हिस्से राज्य सरकार द्वारा तकनीकी का प्रयोग कर त्योहारों और पर्वों को और भव्यता एवं दिव्यता के साथ आयोजित किया जा रहा।
प्रोजेक्षन मैपिंग द्वारा रामकथा का प्रस्तुतीकरण,लेजर शो का मनमोहक कार्यक्रम तथा डिजिटल दीपावली एवं आतिषबाजी का आयोजन।मुख्यमंत्री ने भव्य श्रीरामलीला मंचन का अवलोकन किया।श्री सत्य साई रामलीला मण्डली बेलोदी, छत्तीसगढ़ तथा श्री रामलीला समिति ऐषबाग, लखनऊ को 51-51 हजार रु0 का पुरस्कार प्रदान किया तथा सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया।
अयोध्या/लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम की पैड़ी, अयोध्या में दीपोत्सव-2020 के अवसर पर दीप प्रज्ज्वलित किया। इस अवसर पर उन्होंने मंत्रोच्चार के साथ सरयू जी की आरती एवं पूजन किया। इस वर्ष दीपोत्सव-2020 में 6,06,569 दीप प्रज्ज्वलित कर गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकाॅर्ड में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है। अगले वर्ष 07 लाख 51 हजार दीप प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने पर्वों एवं त्योहारों को विषिष्ट तौर से आयोजित कर दुनिया के समक्ष यूनीक इवेण्ट के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं। आज यहां पर सरयू जी की आरती एवं डिजिटल दीपावली का कार्यक्रम इसी श्रृंखला के हिस्से हैं। उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति के साथ अपना समन्वय स्थापित करने के साथ ही अपनी परम्परा और आध्यात्मिक विरासत को भी अक्षुण्ण बनाए रखना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन आयोजनों सेे पर्यावरण की क्षति होने की आषंका होती है, ऐसे कार्यक्रमों को हम डिजिटल रूप में मना सकते हैं। राज्य सरकार द्वारा तकनीकी का प्रयोग कर त्योहारों और पर्वों को और भव्यता एवं दिव्यता के साथ आयोजित किया जा रहा है। आज अयोध्या में आयोजित की गई दिव्य डिजिटल दीपावली इसका प्रमाण है। हम अपने कार्यक्रमों को आपसी सद्भाव एवं समन्वय के साथ आयोजित करते हैं, अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव इसका जीवन्त उदाहरण है।
कोविड-19 के दृष्टिगत सावधानी बरतते हुए संक्रमण से बचाव की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए पर्वों एवं कार्यक्रमों का आयोजित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत सावधानी बरतते हुए संक्रमण से बचाव की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए पर्वों एवं कार्यक्रमों को आयोजित किया जाए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी’ के स्लोगन का ध्यान रखते हुए कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन करना होगा।
मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव-2020 में योगदान देने वाले सभी विभागों, अधिकारियों/कर्मचारियों एवं डाॅ0 राम मनोहर लोहिया अवध विष्वविद्यालय के कुलपति, षिक्षकों, छात्र-छात्राओं तथा अयोध्यावासियों के प्रति हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री जी ने समस्त प्रदेषवासियों को दीपावली की बधाई एवं शुभकामनाएं भी दीं।
इस अवसर पर प्रोजेक्षन मैपिंग द्वारा रामकथा का प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसमें भगवान श्रीराम के जन्म से लेकर उनके वनगमन, रावण वध तथा अयोध्या आगमन का प्रदर्षन किया गया। इसके अलावा, लेजर शो के मनमोहक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए एवं डिजिटल दीपावली एवं आतिषबाजी की गई।
इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने भव्य श्रीरामलीला मंचन का अवलोकन किया। इस अवसर पर श्रीरामलीला का मंचन करने वाली समितियों-श्री सत्य साईं रामलीला मण्डली बेलोदी, छत्तीसगढ़ तथा श्री रामलीला समिति ऐषबाग, लखनऊ को 51-51 हजार रुपए का पुरस्कार प्रदान किया तथा सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान उप मुख्यमंत्री केषव प्रसाद मौर्य, जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 नीलकंठ तिवारी, विधान परिषद सदस्य स्वतंत्रदेव सिंह, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृहअवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, सूचना निदेशक शिशिर एवं साधु-सन्त उपस्थित थे।