ग्राम प्रधानों पर धन हड़पकर बंदरबांट करने का लगा आरोप

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ग्राम प्रधान पर नाली निर्माण,शौचालय निर्माण,स्कूल बाउंड्री वाल आदि कार्यो को कागजों पर कराके धन हड़पकर बंदरबांट करने का लगा आरोप,शिकायतकर्ता ने न्याय न मिलने पर दी आत्महत्या की चेतावनी।

अब्दुल जब्बार एडवोकेट व डॉ0 मो0 शब्बीर

अयोध्या/भेलसर – रुदौली विकास खण्ड के एक गांव में ग्राम प्रधान पर नालीनिर्माण,शौचालय निर्माण,स्कूल बाउंड्री वाल आदि निर्माण कार्यो को मात्र कागजों पर कराके धन हड़पकर बंदरबांट करने का आरोप लगाते हुए शिकायत के बाद आरोपी को बचाने वाले अधिकारियों से तंग आकर गांव निवासी एक युवक ने शपथ पत्र के साथ न्याय न मिलने पर आत्महत्या करने की चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री को शिकायती पत्र देकर आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की मांग की है।
मामला विकास खण्ड रुदौली के ग्राम सभा खुर्दहा गांव का है जहां पर गांव निवासी संतोष कुमार गुप्ता पुत्र श्याम बिहारी द्दारा दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि ग्राम सभा मे शौचालय निर्माण,ग्राम निधि योजना से स्कूल बाउंड्री वाल,नाली निर्माण,गौशाला निर्माण,पांचवा वित्त व 14वां वित्त,राजवित्त द्वारा कराए गए कार्यो की जांच के लिए शिकायती पत्र दिया था जिसमें जांच अधिकारी द्वारा फर्जी रिपोर्ट प्रेषित कर शासन व शिकायतकर्ता दोनों को गुमराह करने का कार्य किया गया है।जिससे आक्रोशित होकर शिकायतकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उक्त कार्यों की जांच कराने के लिए शपथ पत्र के साथ शिकायती पत्र भेज कर कार्यवाही की मांग की है।शिकायतकर्ता श्री गुप्ता ने बताया कि इस मामले की 14 सितंबर व 17 नवंबर को मुख्यमंत्री पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत की थी जिसकी जांच खंड विकास अधिकारी रुदौली द्वारा की गई और मुख्य विकास अधिकारी द्वारा दी गई रिपोर्ट में सभी कार्यों को गुणवत्तापूर्ण बताया गया है।जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है।ग्राम सभा मे कराए गए कार्यों में लाखों रुपए की हेराफेरी कर सरकारी धन का बंदरबांट किये जाने का शिकायतकर्ता का आरोप है।वहीं शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि मामले की शिकायत को लेकर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि द्वारा खुलेआम जान से मारने व बात न मानने पर एससी एसटी एक्ट में फंसा देने की धमकी दी जा रही है।जिससे शिकायतकर्ता भयभीत होकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रधानमंत्री भारत सरकार को शपथ पत्र के साथ शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगा कर शिकायत कर्ता ने न्याय न मिलने पर आत्महत्या कर लेने की चेतावनी भी दी है।