सड़क बनी नहीं लोकार्पण हो गया..!

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नितिन वर्मा

भइया चुनाव से पहिले अईसे फीते काटे गए हैं कि फीते खुद हैरान थे,बस यूं समझ लीजिए कि कुछ दिन का मौका अउर मिलता तो पक्का फीतों की शॉर्टेज हो जानी थी। मल्लब अईसी हड़बड़ी थी कि रोज दस बारह फीते तो कट ही जाते थे,बाकी काम का क्या है वो तो कभी भी हो सकता है ।तो आज चलिये मथुरा।यहां के एक गाँव में सड़क का लोकार्पण एकदम डिजिटल स्टाइल में उपमुख्यमंत्री महोदय लखनऊ में बइठे बइठे कर दिए।ये और बात है कि सड़क का जमीन पे कहीं नामो निशान तक नहीं था।हाँ हवाई मार्ग बनाये हों तो बात अलग है।

मथुरा जनपद के सौंख क्षेत्र के गांव नगला बेरू में जिस सड़क का निर्माण तक नहीं हुआ, उसका लोकार्पण उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं लोक निर्माण राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने लखनऊ में बैठे-बैठे कर दिया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी गांव में विगत दिनों सड़क के लोकार्पण की शिलापट्टिका भी लगा गए। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। भाजपा के मंत्रियों और पदाधिकारियों ने आचार संहिता लगने से पहले लोकार्पण एवं शिलान्यासों की झड़ी लगा दी। लखनऊ में बैठे-बैठे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और लोक निर्माण राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने उस सड़क का लोकार्पण भी कर दिया, जो बनी ही नहीं। सड़क के लोकार्पण की पट्टिका यही बयान कर रही है।

वइसे लोकार्पण का प्रेशर भी कितना है।अब बिचारे का का देखें।सड़क है नहीं बनी है तो बन ही जायेगी।अच्छा कहानी में अभी अउर ट्विस्ट है।मल्लब अधिकारी भी इतने सतर्क औ मुस्तैद कि बाकायदा लोकार्पण का पत्थर भी लगा दिए।यकीन मानिए ये दुनिया की इकलौती अईसी सड़क होगी जिसका लोकार्पण बनने से पहिले ही हो गया।हमारे अधिकारी औ नेतागण हैं ही इतने टैलेंटेड,अरे बनाने के बाद लोकार्पण तो कोई भी कर देगा।बनाने से पहिले कर के दिखाओ तो जाने।अब गिनीज बुक वाले भी पीछे पीछे घूम रहे हैं । लेकिन इधर गाँव वाले गुस्सा हुई गये।बोले पत्थर लगा दिए हो तो लगे हाथ सड़क भी बना देते । लेकिन अधिकारी भी बिचारे का करें।कह रहे हैं कि बजट पत्थर का ही था सो लगा दिए । बाकी आ जायेगा तो सड़क भी बन जायेगी ।तो भइया गाँव वालों से हमारा यानी मिस्टर झक्कीलाल का यही कहना है कि सड़क तो देर सबेर बन ही जायेगी तब तक पत्थर देख के ही काम चलाइये।बाकी की झक्क कल । हम चलते हैं…