अखिलेश का समाजवाद अवसरवादी-योगी

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मुख्यमंत्री बोले- चुनाव हराने के लिए डिंपल को आगे करते हैं समाजवादी। करहल में दूसरी बार नहीं गए आपके विधायक जी, 27 बार गए हमारे एसपी सिंह बघेल। अखिलेश का समाजवाद अवसरवादी, शिवपाल का लठैत, मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में की जनसभा। रामगोपाल के समाजवाद को बताया पूंजीवादी।

मैनपुरी/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैनपुरी में समाजवादी पार्टी को खूब धोया। शुक्रवार को सीएम ने लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य के लिए जनसभा की। एक ओर जहां समाजवाद के नाम पर परिवारवाद को बढ़ाने वाले शिवपाल, रामगोपाल और अखिलेश यादव उनके निशाने पर रहे तो वहीं दूसरी तरफ सीएम ने कहा कि समाजवादी पार्टी हर उपचुनाव में डिंपल जी को हारने के लिए आगे करती है। मैनपुरी लोकसभा में अब समाजवाद नहीं, रामराज्य आएगा।

यह जेपी और लोहिया का समाजवाद नहीं है- योगी आदित्यनाथ ने तंज कसा कि यह जेपी व लोहिया का समाजवाद नहीं है। चाचा शिवपाल लोहिया के बारे में लिखते हैं, लेकिन उन्हें मालूम नहीं कि क्या लिख रहे हैं। समाजवाद के अलग-अलग ब्रांड एक खानदान में दिख जाते हैं। शिवपाल का समाजवाद है जिसकी लाठी, उसकी भैंस। यह इनका लठैत समाजवाद है। प्रो. रामगोपाल यादव का समाजवाद पूंजीवाद में बदल गया। सभी धऱती गोपाल की। नोएडा से फिरोजाबाद तक जो भी धरती दिखाई देती थी, सपा सरकार में उन्होंने व शागिर्दों ने हथियाने में कोताही नहीं की। अखिलेश का समाजवाद अवसरवादी है।

पिछली बार नेता जी के नाते जसवंत नगर मिला, अगली बार वह भी नहीं- सीएम ने कहा कि शिवपाल के साथ क्या हुआ,सब जानते हैं। पिछली बार जसवंत नगर नेता जी के नाते मिल गई। अगली बार वह भी नहीं मिलने वाली। जब भी सपा चुनाव हारती है तो पहले ही बहाना करती है। ईवीएम से 2012 में सरकार आपकी बनी। कई सांसद आपके जीते। कभी अपने कारनामे नहीं देखते। जब भी चुनाव हारना होता तो यह लोग आरोप-प्रत्यारोप करते और बेचारी डिंपल जी को चुनाव लड़ाकर हारने भेज देते। फिरोजाबाद और कन्नौज में भी यही किया। चुनाव हारना है तो उन्हें आगे कर देते हैं।

मैनपुरी लोकसभा को समाजवाद नहीं, रामराज्य चाहिए- मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मैनपुरी लोकसभा को समाजवाद नहीं, रामराज्य चाहिए। जहां बिना भेदभाव योजनाओं का लाभ हर नौजवान, गरीब, किसान, बहन-बेटियों को मिले। जो सरकार यहां जाति, क्षेत्र और मजहब नहीं, सबके साथ-सबके विकास के साथ काम कर सके। वह चाहिए। 5 दिसंबर को निर्णायक लड़ाई में अपने बूथ को संभालते हुए कमल व रघुराज सिंह शाक्य को ध्यान में रखते हुए ईवीएम का बटन दबाइए, चुनाव में जीतने की गारंटी पाइए।

8 महीने में करहलवालों ने दूसरी बार विधायक का दर्शन नहीं किया- मुख्यमंत्री ने कहा कि 8 महीने पहले विधानसभा चुनाव हुए थे। मैनपुरी में विधायक जयवीर सिंह, भोगांव से रामनरेश अग्निहोत्री लगातार जनता की सेवा में हैं, लेकिन करहल में जीतने के बाद जनता ने दूसरी बार विधायक के दर्शन नहीं किए, हमारे केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल जनता के लिए वहां 27 बार गए। सपा नाम रखना जनता को भ्रम में रखने जैसा है। इन्होंने सिर्फ परिवार का विकास किया। कोई गरीब उभरने का प्रयास किया तो उसके साथ क्या हुआ, सभी जानते हैं।

आंकड़े गिना मैनपुरी के विकास की गिनाई सच्चाई- योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने मैनपुरी में साढ़े 5 वर्ष में साढ़े 37 हजार लोगों को आवास दिया। यदि सचमुच विकास किया गया होता तो 4 बार सपा सरकार रहने पर इन्हें आवास क्यों नहीं मिला। मैनपुरी में 2.81 लाख गरीबों को शौचालय, 549 सामुदायिक शौचालय भाजपा सरकार ने बनाए। सपा ने यदि विकास किया था तो 226 ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय बनाने की नौबत हमारी सामने क्यों आई। 5 हजार पटरी व्यवसाइयों को पीएम स्वनिधि योजना का लाभ मिला। 3.67 लाख किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि, 1.54 लाख परिवारों को उज्ज्वला के तहत गैस कनेक्शन, एक लाख 3 हजार गरीबों को फ्री बिजली कनेक्शन, 1795 मजरों में विद्युतीकरण का कार्य भाजपा सरकार आने के बाद मैनपुरी में हुआ। हमारी सरकार ने 3 लाख 2 हजार से अधिक गोल्डेन कार्ड, 5 हजार महिलाओं को मातृ वंदना योजना, 97,900 लोगों को वृद्धजन पेंशन, 33400 निराश्रित महिला पेंशन, 13200 लोगों को दिव्यांगजन पेंशन हमारी सरकार ने दी। कन्या सुमंगला योजना से 10 हजार बालिकाओं को जोड़ा गया। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से ढाई हजार बेटियों के हाथ पीले किए गए। यह आंकड़े मैनपुरी की सच्चाई सामने रखती है।

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