सवालों का जवाब नहीं दे पाए कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव

67

सवालों का जवाब नहीं दे पाए कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव,विधानसभा चुनाव परिणाम की समीक्षा करने आए कई पदाधिकारी।

राकेश कुमार

लखनऊ। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में शुक्रवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में अजब-गजब कारनामा देखने को मिला। विधानसभा चुनाव में पार्टी के चुनाव परिणाम की समीक्षा करने आए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जीतेंद्र सिंह किसी सवाल को जवाब ही नहीं दे पाए। उन्होंने अधिकांश सवालों को यह कहकर टाल दिया कि यह उनके कार्यक्षेत्र में नहीं है। पार्टी की हार पर हुई समीक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों से बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए चर्चा हुई है।

कांग्रेस पार्टी इस दिनों विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के कारणों की समीक्षा में जुटी हुई है। समीक्षा बैठक के लिए के पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जीतेंद्र सिंह समेत दिल्ली से आए कई अन्य पदाधिकारियों ने प्रदेश के कांग्रेस नेताओं और चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों के साथ दिनभर मंथन किया। इस मंथन के बाद प्रदेश कांग्रेस ने शाम चार बजे वार्ता के लिए पत्रकारों को आमंत्रित किया। इस वार्ता के दौरान समीक्षा करने आए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जीतेंद्र सिंह से जब हार के कारणों व पार्टी की आगे की रणनीति और कांग्रेस छोडक़र अन्य दलों में गए लोगों की वापसी व अपने ही नेतृत्व के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले नेताओं के संबंध में सवाल किये जो अधिकांश सवालों के जवाब में उन्होंने सिर्फ यह ही कहा कि यह उनके कार्यक्षेत्र में नहीं है। एक सवाल के जवाब में तो उन्होंने कहा कि उन्होंने गांधी परिवार की सोनिया, राहुल व प्रियंका तीनों के साथ काम किया वह तीनों ही लोग गरीबों के हितों के लिए काम करते हैं। भंवर जीतेंद्र सिंह ने कहा कि चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर कार्यकर्ता और पार्टी के नेता अपनी राय दे रहे हैं और भविष्य की रणनीति को लेकर भी बात की जा रही है। इस वार्ता के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल, राजेश तिवारी, मीडिया विभाग के चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी सहित पार्टी के कई नेता मौजूद थे।