खाद दो वरना यूपी छोड़ो-विकास श्रीवास्तव

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प्रदेश के किसानों को खाद उपलब्ध कराने में योगी सरकार की उदासीनता और वितरण केंद्रों में व्याप्त अव्यवस्था के चलते बुवाई के मौसम में सुबह से शाम तक भूखे प्यासे खाद्य चल केंद्रों पर लाइन में खड़े रहने के बाद भी डीएपी खाद नहीं मिल पा रही है। जिसको लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस आज 6 दिसंबर, 2021 को योगी सरकार के खिलाफ बिगुल फूकेंगी।कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में व्याप्त खाद की किल्लत को देखते हुए ‘‘खाद दो वरना ,यूपी छोड़ो’’ नारे के साथ खाद वितरण केंद्रों, जिला अधिकारी के कार्यालयों के समक्ष व कांग्रेसजन अपने अपने खेतों में किसान साथियों के साथ आज दिनांक 6 दिसंबर, 2021 को एक प्रदेशव्यापी धरना एवं उग्र प्रदर्शन करेगी।उक्त धरने प्रदर्शन के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में सभी जनपदों में कांग्रेस के प्रमुख नेता, पदाधिकारीगण व कार्यकर्ता अहंकारी, गूंगी बहरी योगी आदित्यनाथ सरकार का पुतला फूंक कर कुम्भकर्णीय  नींद से जगाने का काम करेंगे। इसके साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी कांग्रेस पार्टी अपने उग्र प्रदर्शन के वीडियो क्लिप्स, तस्वीरों एवं पदाधिकारी कार्यकर्ताओं के बयानों के  वीडियो से प्रदेश सरकार को घेरने का काम करेंगे।


विकास श्रीवास्तव ने बताया कि खाद न मिलने की वजह से सूबे के अन्नदाता काफी परेशान हैं और हालात यह है कि कई कई दिनों तक लाइन में लगने के बाद भी किसानों को जरूरत के मुताबिक खाद मुहैया नहीं हो पा रही है। हाल ही में बुंदेलखंड के ललितपुर में खाद के लिए लाइन में लगे आधा दर्जन किसानों की मौत भी हो चुकी है और किसानों की मौत की खबर सुनते ही कांग्रेस महासचिव यूपी कांग्रेस प्रभारी मा. प्रियंका गांधी वाड्रा ने ललितपुर जाकर सभी मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात भी की है। पहले से कर्ज में डूबे किसान महंगी उपज लागत लगाने के लिए मजबूर है । इसके ऊपर से अपनी उपज का सही मूल्य ना पाने से त्रस्त किसान के ऊपर अब खाद की भारी किल्लत की चौतरफा मार झेल रहा है।कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने बताया कि किसानों ने बुवाई के लिए अपने खेत तैयार कर लिए हैं। लेकिन खाद की कमी के चलते हैं फसल बुवाई में देरी हो रही है और किसान खाद लेने के लिए सुबह होते ही खाद क्रय केंद्रों पर लंबी-लंबी लाइनों में लग जाते हैं लेकिन शाम होते तक खाद न मिल पाने के कारण मायूस होकर किसान वापस अपने घर चले जाते हैं।


उन्होंने कहा कि खाद की किल्लत और व्याप्त सरकारी अनियमितता को लेकर पूरे प्रदेश भर से लगातार किसानों और प्रशासन में संघर्ष की खबरें मीडिया में आम है। भारतीय जनता पार्टी किसानों की आय दोगुनी करने का जुमला फेंककर  सत्ता में काबिज होने के बाद अब उसकी योगी सरकार उत्तर प्रदेश के किसानों को खाद के लिए भी तरसा रही है।प्रदेश कांग्रेस  प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने बताया कि बांदा, मैनपुरी, कन्नौज, हमीरपुर, ललितपुर और इटावा, हाथरस, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, एटा सहित तमाम जिलों में खाद के लिए किसान दर-दर भटक रहे हैं। खाद न मिलने की वजह से एक तरफ जहां फसलों की बुआई में देरी हो रही है। वहीं, उनकी पहले से उगाई गई फसलों का नुकसान हो रहा है और किसानों को अब इस बात की चिंता सता रही है कि यही हालात रहे तो जब फसल की अच्छी पैदावार नहीं होगी। खाद की कमी की वजह से अगर उनकी फसल का नुकसान होगा तो आने वाले दिनों में उन्हें भुखमरी कि हालात से भी गुजरना पड़ सकता है।