जिलाधिकारी ने प्रशिक्षित आईसीआरपी टीमों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

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जिलाधिकारी ने एनआरएलएम योजना के तहत प्रशिक्षित आईसीआरपी टीमों को हरी झण्डी दिखाकर 06 ब्लाकों हेतु रवाना किया।

प्रतापगढ़, एन0आर0एल0एम0 योजनान्तर्गत ग्रामीण गरीब निर्धन परिवारों को पीआईपी सूची में सम्मिलित करते हुये महिला आजीविका समूहों से आच्छादित कर उन्हें विभिन्न माड्यूलों पर आधारित प्रशिक्षणों द्वारा प्रशिक्षित कर स्थाई आजीविका संवर्धन कर गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकालने के उद्देश्य से जनपद द्वारा स्वयं की चयनित एवं प्रशिक्षित आई0सी0आर0पी0 ;आन्तरिक सामुदायिक सन्दर्भ व्यक्तिद्ध टीमों को जिलाधिकारी डा0 रूपेश कुमार एवं मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डेय द्वारा आज कैम्प कार्यालय परिसर से हरी झण्डी दिखाकर विकास खण्ड गौराए शिवगढ़ए सण्ड़वा चन्द्रिकाए सदरए लक्ष्मणपुर एवं लालगंज के लिये रवाना किया। प्रत्येक विकास खण्ड हेतु 04 आईसीआरपी टीमें रवाना की गई जिनके द्वारा आगामी 45 दिनों में प्रति विकास खण्ड 12 ग्राम पंचायतें एन0आर0एल0एम0 योजनान्तर्गत इन्टेन्सिव रूप से आच्छादित कर लगभग प्रति ग्राम पंचायत 90 से 100 गरीब परिवारों को समूहों में संगठित एवं प्रशिक्षित किया जायेगा।

समूहों के गठन एवं प्रशिक्षण हेतु अब तक जनपद दूसरों जनपदों ;रिसोर्स जनपदोंद्ध पर निर्भर था किन्तु मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डेय के कुशल निर्देशन एवं उपायुक्त ;स्वतः रोजगारद्ध ओ0पी0 यादव के नेतृत्व में जनपद में लगभग 350 से अधिक महिलाओं को चिन्हित कर मुख्यालय से समन्वय बनाया। परिणामस्वरूप मुख्यालय स्तर से लगभग 100 महिलाओं का 09 दिवसीय प्रशिक्षण कराकर उन्हें आईसीआरपी टीमों में किया गया। कोविड.19 के कारण आईसीआरपी टीमों के स्वरूप को छोटा कर प्रत्येक टीम में 03 महिलाओं ;02 एसएमए 01 बीकेद्ध को रखा गया है। ये वही गरीब महिलायें है जो लगभग 1 वर्ष पूर्व समूहों से जुड़कर पंचसूत्र का पालन करते हुये आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं।

आज दिन 24 टीमों को 06 विकास खण्डों में समूह गठन एवं प्रशिक्षण के लिये भेजा गया है उनके द्वारा आगामी 45 दिनों में लगभग 576 नये समूहों का गठन कर लगभग 6500 ग्रामीण निर्धन परिवारो को योजनान्तर्गत आच्छादित कर नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। अवशेष आईसीआरपी के रूप में चयनित महिलाओं के प्रशिक्षण हेतु कार्ययोजना तैयार कर मुख्यालय भेजी गई है। मुख्यालय स्तर से जल्द ही प्रशिक्षण कराकर इन्हें भी अवशेष विकास खण्डों में नये समूहों के गठन हेतु भेजकर इस वित्तीय वर्ष के निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति हेतु भरसक प्रयत्न किया जायेगा।