प्रदेश के आर्थिक विकास में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका- कपिल देव अग्रवाल

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21 सितम्बर, 2020 से व्यावसायिक शिक्षा तथा कौशल प्रशिक्षण के नियमित कार्यक्रम आरंभ होंगे,कौशल विकास मंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कौशल विकास मिशन जुड़े हुए प्रशिक्षण प्रदाताओं से वार्ता की।


लखनऊ, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिनांक 07 सितम्बर, 2020 को वीडियों कांफ्रेंसिग के माध्यम से उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन से जुड़े हुए प्रशिक्षण प्रदाताओं से वार्ता करते हुए स्पष्ट किया गया कि भारत सरकार द्वारा कोविड अनलाॅक-4 के अन्तर्गत दिनांक 21.09.2020 से व्यावसायिक शिक्षा तथा कौशल प्रशिक्षण के नियमित कार्यक्रम आरंभ करने की अनुमति प्रदान कर दी गयी है, जिसके लिए सभी प्रशिक्षण प्रदाताओं को अभी से तैयारियाँ सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

वीडियो कांफ्रेंसिग में मिशन निदेशक, उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन तथा 147 प्रशिक्षण प्रदाताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। मा0 मंत्री जी ने स्पष्ट किया कि प्रदेश के आर्थिक विकास में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है और उन्हें उनकी रूचि के अनुसार प्रशिक्षित कर अपनी आजीविका अर्जित करने में सक्षम बनाने में कौशल विकास विभाग का विशेष उत्तरदायित्व है।
माननीय मंत्री जी द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिग में उपस्थित प्रशिक्षण प्रदाताओं से कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और बेहतर, गुणवत्तापरक तथा उपयोगी बनाने के लिए सुझाव भी आमंत्रित किये गये। मा0 मंत्री जी ने यह भी कहा कि आगामी 25.09.2020 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 104 वीं जन्म दिवस भी है। पंडित उपाध्याय जी का दर्शन और उनकी सम्पूर्ण विचारशैली अन्त्योदय पर आधारित थी अर्थात् समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति का विकास, उस तक सरकारी योजनाओं को पहुँचाना और उसे सक्षम व समर्थ बनाना।

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना की नींव इसी अवधारणा पर आधारित है। मा0 मंत्री जी ने सभी प्रशिक्षण प्रदाताओं से आग्रह किया कि वे दिनांक 25 सितम्बर, 2020 को पंडित उपाध्याय जी के विचारों के विषय में प्रशिक्षण कक्षाओं में कुछ समय निर्धारित कर चर्चा करें और उनकी विचारधारा के अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रमों को उपयोगी व उद्देश्यपूर्ण बनायें।
मा0 मंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष पिछले वर्षोंं की तुलना में हमारी चेष्टा अधिक से अधिक प्रशिक्षणार्थियों को आरपीएल योजना के अन्तर्गत प्रशिक्षित कर अपना रोजगार स्थापित करने में कुशल बनाना है।इस वर्ष बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों के लौटने से तथा लगभग 6 माह तक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बाधित रहने के कारण आरपीएल के अन्तर्गत बढ़े हुए लक्ष्य निर्धारित किये जायेंगें।

कुणाल सिल्कू, मिशन निदेशक, उ0प्र0 कौशल विकास मिशन ने समस्त प्रशिक्षण प्रदाताओं को कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशिक्षण केन्द्रों में बरती जाने वाली सावधानियों के सम्बन्ध में अवगत कराया तथा प्रशिक्षणार्थियों व प्रशिक्षकों की सुरक्षा हेतु भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। श्री सिल्कू द्वारा प्रशिक्षण प्रदाताओं को यह भी बताया गया कि भारत सरकार सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मना रही है, जिसके लिए भी प्रशिक्षणार्थियों को जागरूक किया जाना आवश्यक है ताकि वे कुपोषण से होने वाले रोगांे के विषय में अपने आसपास के लागों को जानकारी दे सकं।

पोषण माह में पोषण वृक्षों का रोपण भी एक कार्यक्रम के रूप में चलाया जाये तथा प्रत्येक प्रशिक्षण केन्द्र पर प्रशिक्षणार्थियों से वृक्षारोपण कराया जाये। मिशन निदेशक ने यह भी बताया कि नये प्रशिक्षण प्रदाताओं को आबद्ध करने के लिए शीघ्र ही आरएफपी जारी की जा रही है, जिसकी शुरूआत पहली बार एक सत्त प्रक्रिया के रूप में की जा रही है ताकि कोई भी प्रशिक्षण प्रदाता अपनी सुविधानुसार कभी भी मिशन में अनुबंधित होने के लिए अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकें।
वीडियो कांफ्रेंसिग में उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा पिछले एक वर्ष में मिशन द्वारा किये गये सुधारों तथा प्रक्रियाओं के सरलीकरण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मंत्री जी को धन्यवाद दिया गया।
अन्त मेंमंत्री जी द्वारा उपस्थित प्रशिक्षण प्रदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनसे पुनः सरकार की अपेक्षानुसार प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बेहतर गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ संचालित करने का आग्रह किया गया।