भारतवंशी सुंदर पिचाई की जीवनी

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सुंदर पिचाई का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में हुआ और उन्होंने IIT खड़गपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है.सुंदर पिचाई एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जो कि इस वक्त गूगल इंक कंपनी के चीफ एक्सिक्विटिव ऑफिसर के रुप में कार्य कर रहे.सुंदर पिचाई दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ हैं. सीईओ सुंदर पिचाई को 2019 में कुल 28.1 करोड़ डॉलर यानी 2,144.53 करोड़ रुपये की सैलरी मिली. एक नियामक फाइलिंग में अल्फाबेट इंक ने खुलासा किया है कि 2019 के लिए उसके सीईओ सुंदर पिचाई को दिए गया वेतन 28 करोड़ डॉलर से अधिक रहा है.मार्केटवाच की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय, पिचाई को गूगल का सीईओ बने थे, उनका वेतन लगभग 200 मिलियन तक पहुंच गया था.अमेरिका की दिग्गज तकनीक कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई को 2019 में कुल 28.1 करोड़ डॉलर या 2,144.53 करोड़ रुपये की सैलरी मिली थी.

भारतवंशी सुंदर पिचाई दुनिया के सबसे अधिक सैलरी पाने वाले अधिकारियों में शामिल रहे. अल्फाबेट ने जानकारी दी है कि इस साल उनकी सैलरी बढ़कर 20 लाख डॉलर (15.26 करोड़ रुपये) हो जाएगी. पिचाई की सैलरी अल्फाबेट कर्मचारियों के एवरेज वेतन के 1085 गुना है.अपने मूल वेतन में इजाफे के अलावा, पिचाई को दो स्टॉक पैकेज पेश किए गए. इनमें से कुछ का भुगतान एसएंडपी 100 की तुलना में अल्फाबेट के स्टॉक के प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा.

सुंदर पिचाई एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जो कि इस वक्त गूगल इंक कंपनी के चीफ एक्सिक्विटिव ऑफिसर के रुप में कार्य कर रहे. भारत में जन्मे पिचाई एक दशक से अधिक समय से इस कंपनी से जुड़े हुए हैं और इस कंपनी के साथ जुड़कर इन्होंने कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं, साथ ही में इन्होंने इस कंपनी को अपना कई सारा योगदान भी दिया है.सुंदर का जन्म तमिलनाडु के मदुरै शहर में हुआ था और इसी राज्य में इनका शुरुआती जीवन बीता हुआ है. इनके पिता एक विद्युत इंजीनियर हुआ करते थे और इनकी मां बतौर स्टेनोग्राफर के तौर पर कार्य किया करती थी. इन्होने अंजलि नाम की लड़की से विवाह किया था और इनके कुल दो बच्चे हैं.

सुंदर पिचाई की शिक्षा

  • भारत का नाम विश्व में रोशन कर रहें इस भारतीय इंजीनियर ने अपनी 10 वीं कक्षा तक की पढ़ाई जवाहर विद्यालय से की हुई है, जबकि अपनी 12 वीं कक्षा की पढ़ाई इन्होंने वाना वानी स्कूल से हासिल कर रखी है.
  • इन्होंने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग विषय में डिग्री भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से प्राप्त की हुई है.
  • अपनी डिग्री हासिल करने के बाद ये अमेरिका चले गए थे और यहां पर जाकर इन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला ले लिया था और इस विश्वविद्यालय से भौतिक विज्ञान और इंजीनियरिंग के विषय में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की थी. इसके अलावा इन्होंने व्हार्टन स्कूल ऑफ पेंसिल्वेनिया से भी एमबीए की पढ़ाई कर रखी है.
  • सुंदर पिचाई को नंबर काफी जल्दी से याद हो जाते हैं और इसलिए ये एक बार जो फोन नंबर डायल करते हैं, वो इन्हें एकदम से याद हो जाता है.
  • इनकी काबिलियत को देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट जैसी बहुराष्ट्रीय दिग्गज कंपनियों ने इन्हें नौकरी का प्रस्ताव दिए था, लेकिन इन्होंने गूगल कंपनी के साथ  ही बने रहने का फैसला लिया था और इनका प्रस्ताव का ठुकरा दिया था.
  • सुंदर पिचाई बेहद ही साधारण परिवार से नाता रखते थे और इनके बचपन के दिनों में इनके घर में ना ही टी.वी हुआ करता था और ना ही गाड़ी हुआ करती थी.

सुंदर पिचाई का करियर

  • गूगल का हिस्सा बनने से पहले सुंदर पिचाई मैकिंसे एंड कंपनी में कार्य किया करते थे और इन्होने कुछ सालों तक इस कंपनी में कार्य किया. इसके बाद इन्होंने गूगल कंपनी को ज्वाइन कर लिया था. जिस वक्त इन्होंने इस कंपनी को ज्वाइन किया था, उस वक्त ये इस कंपनी की एक छोटी सी टीम का हिस्सा हुआ करते थे, जो कि गूगल सर्च टूलबार पर कार्य किया करती थी.
  • गूगल क्रोम, ब्राउजर को बनाने के पीछे इनकी अहम भूमिका रही थी और काफी कम समय में क्रोम दुनिया का नंबर 1 ब्राउजर बन गया था. जिसके बाद साल 2008 को इनको इस कंपनी के उत्पाद विकास विभाग का उपाध्यक्ष बना दिया गया था और साल 2012 में ये क्रोम और ऐप्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बन गए थे.
  • इनके द्वारा किए गए कार्यों को देखते हुए इन्हे गूगल का सीईओ बना दिया गया था और इस कंपनी के सबसे महत्वपूर्ण उत्पादों को बनाने के पीछे इन्ही का ही हाथ है.

सुंदर पिचाई के साथ कर्मचारी को निकालने का विवाद

सुंदर पिचाई काफी साफ छवि वाले व्यक्ति हैं और इनके साथ किसी भी तरह का विवाद नहीं जुड़ा हुआ है. हालांकि साल 2018 में इन्होंने अपनी कंपनी से जेम्स डेमोर को उनके द्वारा लिखे गए एक मेमो के चलते बाहर निकाल दिया था. इस मेमो में जेम्स ने लिखा था कि  गूगल कंपनी महिलाओं को कम  मौका देती है और इस कंपनी में काफी कम संख्या में महिलाएं काम कर रही हैं. वहीं जेम्स को निकालने के बाद सुंदर पिचाई ने अपनी सफाई देते हुए कहा था, कि जेम्स को निकालने का निर्णय सही था.

सुंदर पिचाई के जीवन से जुड़ी जानकारी

  • साल 2011 में सुंदर पिचाई ने ट्विटर कंपनी को ज्वाइन करने का फैसला कर लिया था, लेकिन गूगल कंपनी ने इन्हें अधिक पैसे देकर ट्विटर कंपनी में जाने से रोक लिया था.
  • सुंदर पिचाई और उनकी पत्नी एक साथ ही आईआईटी कॉलेज में पढ़ाई किया करते थे और इसी दौरान इन्होंने एक दूसरे को डेट करना शुरू कर दिया था.
  • समय समय पर सुंदर पिचाई अपने कॉलेज, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर के छात्रों के साथ स्काइप के जरिए बात करते रहते हैं और इनके साथ अपने अनुभव को बांटते हैं.

सुंदर पिचाई की कुल आय और इनकम 

फरवरी 2016 में, इन्हें गूगल की होल्डिंग कंपनी अल्फाबेट के 273,328 शेयरों से सम्मानित किया गया, जिसके साथ ही इनकी कुल संपत्ति में काफी वृद्धि हो गई थी. वहीं 2016 में इन्होने गूगल कंपनी को अपनी सेवा देकर 1,280 करोड़ रुपए कमाए थे. जबकि साल 2015 में इन्हें जब  उत्पाद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर पदोन्नत किया गया तो इन्हें मुआवजे के रुपए में लगभग 600 करोड़ रुपए मिले थे.

निष्कर्ष

गूगल कंपनी में सीईओ का पद हासिल करने के लिए इन्होंने कई सालों तक कड़ी मेहनत की है और साथ में ही नए नए सुझाव देकर इस कंपनी को नई बुलंदियां पर पहुंचाया है.