शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी

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शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी
शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी

 
टीडी गर्ल्स इंटर कॉलेज में संस्कार संवाद व सामूहिक भोज कार्यक्रम आयोजित। प्रधानाचार्या लक्ष्मी ने कहा कि
शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी। शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी

 
लखनऊ।
 गोमतीनगर विवेकखण्ड 2 स्थित टीडी गर्ल्स इंटर कॉलेज की ओर से संस्कार संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पितृपक्ष के अवसर पर विद्यालय के नये और पुराने सभी बच्चों और उनके अभिभावकों, माता पिता को सामूहिक भोज कराया गया। इस अवसर पर पंचवटी श्री सीताराम आश्रम के महंत पंडित रविशंकर महाराज ने सामूहिक भोज की सराहना की। उन्होंने कहा कि शिक्षा मनुष्य के जीवन का सबसे कीमती तोहफा है, जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देती है और संस्कार मनुष्य के जीवन का सार हैं। अच्छे संस्कारों द्वारा ही मनुष्य के व्यक्तित्व का निर्माण और विकास होता है और जब मनुष्य में शिक्षा और संस्कार दोनों का विकास होगा, तभी वह परिवार, समाज और देश का विकास कर सकेगा। विद्यालय के प्रबंधक महादेव प्रसाद यादव ने कहा कि विद्यालय एक ऐसा स्थान हैं जहां पर बच्चे चाहे वह किसी भी धर्म जाति के हों, एक परिवार की तरह से रहते हैं, पढ़ते हैं और खेलते-कूदते हैं। बच्चों में इसी भाईचारे और अपनेपन को बढ़ाने के लिए सामूहिक भोज कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा इससे बच्चों में मिल बांटकर खाने की आदत पड़ती है। विद्यालय की प्रिंसिपल लक्ष्मी सिंह ने बताया कि बच्चे और उनके अभिभावक इस सामूहिक भोज से बेहत खुस दिखे। उन्होंने कहा कि एक साथ पंगत में बैठ कर खाने की परंपरा खत्म सी होती जा रही है। उन्होंने कहा कि पंगत प्रथा को भारतीय भोजन की दैवीय भोजन पद्धति भी कहा जाता है।

शिक्षा और संस्कार दोनों ही मनुष्य के जीवन के लिए ज़रूरी हैं। शिक्षा मनुष्य को विवेक, ज्ञान, समझ और समर्पण की भावना देती है। संस्कार मनुष्य के व्यक्तित्व का निर्माण और विकास करते हैं। शिक्षा और संस्कार दोनों के विकास से ही मनुष्य परिवार, समाज और देश का विकास कर सकता है। शिक्षा हमारे जीवन के सभी स्तरों पर सामंजस्य या व्यवस्था की समझ विकसित करती है। संस्कार में सही जीवन जीने की प्रतिबद्धता, तैयारी और अभ्यास शामिल है। तैयारी में सही जीवन जीने के लिए कौशल और प्रौद्योगिकी सीखना शामिल है। शिक्षा व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा बदल देती है। अच्छे संस्कारों से मनुष्य के व्यक्तित्व का निर्माण और विकास होता है। बच्चों को नैतिक, शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक विकास के लिए अच्छे संस्कार देने चाहिए। कुछ संस्कार हैं जो सदा सत्य बोलने दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहें, माता-पिता, शिक्षक और बड़ों का सम्मान करें, ईश्वर पर विश्वास रखें के लिए प्रेरित करते हैं। शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी

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