बिहार सरकार ने जारी किए जातिगत जनगणना के आंकड़े

259
बिहार सरकार ने जारी किए जातिगत जनगणना के आंकड़े
बिहार सरकार ने जारी किए जातिगत जनगणना के आंकड़े

बिहार सरकार ने 2 अक्टूबर, 2023 को जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी किए. रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार की जनसंख्या 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 है. बिहार में कुल 215 जातियां हैं. बिहार सरकार ने सोमवार को जातिगत जनगणना के आंकड़ें जारी कर दिए. जातिगत जनगणना की इस रिपोर्ट में बिहार में 36 फीसदी अत्यंत पिछड़ा वर्ग, 27 फीसदी पिछड़ा वर्ग, 19 फीसदी से थोड़ी ज्यादा अनुसूचित जाति और 1.68 फीसदी अनुसूचित जनजाति की आबादी बताई गई है. बिहार में जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक तीर से दो निशाने लगाने का काम किया है.इस खबर को निष्पक्ष दस्तक ने अपने वेबसाइट nishpakshdastak.com पर लगाया है. वेबसाइट के मुताबिक हाल के हफ्तों में विपक्षी गठबंधन इंडिया के साथ नीतीश कुमार के संबंधों में तनाव आया है. बिहार में जाति सर्वे के आंकड़े जारी होने के बाद एक बार फिर से नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में आ गए हैं. बिहार सरकार ने जारी किए जातिगत जनगणना के आंकड़े

बिहार सरकार ने जारी किए जातिगत जनगणना के आंकड़े

सर्वे के नतीजों से नीतीश कुमार को अत्यंत पिछड़ा वर्ग {ईबीसी}, गैर-यादव अन्य पिछड़ा वर्ग {ओबीसी} और महादलितों के बीच खुद को मजबूती से स्थापित करने में मदद मिलने की संभावना है. क्योंकि अगले वर्ष देश में लोकसभा चुनाव है और इन वर्गों को कोई भी दल नजरअंदाज नहीं कर सकता.सर्वे के मुताबिक राज्य में 36.01 प्रतिशत के साथ अत्यंत पिछड़ा वर्ग सबसे बड़ा वोट बैंक है. इसके बाद ओबीसी 27.12 प्रतिशत हैं, जिसमें सबसे बड़ा हिस्सा 14.26 प्रतिशत के साथ यादवों के पास हैं.आंकड़ों के मुताबिक राज्य में दलितों की संख्या 19.65 प्रतिशत हैं, जबकि 2011 की जनगणना में यह 15 प्रतिशत दर्ज की गई थी. ईबीसी और ओबीसी के डेटा में पसमांदा मुसलमानों को भी शामिल किया गया है.

बिहार में सामान्य वर्ग के लोगों की आबादी 15 प्रतिशत है. बिहार की नीतीश कुमार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट में यह बात आयी है. मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने यह रिपोर्ट जारी की है। बिहार में सामान्य वर्ग की आबादी 15 प्रतिशत है. पिछड़ा वर्ग की आबादी 27 प्रतिशत से अधिक है. जबकि अनुसूचित जाति की आबादी करीब 20 फीसदी है. नीतीश कुमार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट में यह बात आयी है. बिहार सरकार के प्रभारी मुख्य सचिव विवेक सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर आंकड़ों की पुस्तिका जारी की. जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट सामने आते ही राजनीति के गलियारे में हलचल मच गयी है.चर्चा गरम है.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

आकड़ों के अनुसार बिहार में हिंदू आबादी 81.99 प्रतिशत, ईसाई 0.05%, सिख 0.01% , बौद्ध 0.08% और मुस्लिम आबादी लगभग 17.07 प्रतिशत हैं. रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में 19 फीसदी से थोड़ी ज्यादा अनुसूचित जाति और 1.68 फीसदी अनुसूचित है.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि “आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में हुई जाति आधारित जनगणना के आंकड़े प्रकाशित हो गए हैं. जाति आधारित गणना के कार्य में लगी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई. विधानमंडल में जाति आधारित गणना का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया.”

‘जातिगत जनगणना यानी कास्ट सेंसस हिंदुस्तान का एक्स-रे है। जिससे यह पता लग जाएगा कि देश में OBC, आदिवासी और सामान्य वर्ग के कितने लोग हैं। एक बार आंकड़ा आ जाएगा तो देश सबको लेकर आगे चल पाएगा। OBC महिलाओं को भागीदारी देनी है। सबको भागीदारी देनी है तो जातिगत जनगणना करानी होगी।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 25 सितंबर को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कहीं। इसके दो दिन पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने कहा था कि महिला आरक्षण बिल में OBC को भी लाभ मिलना चाहिए। साथ ही 2010 में UPA सरकार के महिला आरक्षण में ओबीसी कोटा शामिल नहीं करने पर खेद भी जताया।राहुल के बयान से साफ हो गया था कि विपक्षी दल 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में जातिगत जनगणना को मुद्दा बनाएंगे। इसके ठीक 6 दिन बाद यानी आज बिहार सरकार ने जातिगत गणना की रिपोर्ट जारी कर दी है।

बिहार में जातिगत जनगणना का डाटा आज सरकार ने आधिकारिक रूप से जारी कर दिया है। बिहार में हुए इस जातिगत जनगणना सर्वे में कई महत्वपूर्ण तथ्य प्रकाश में आये हैं जो इस प्रकार से हैं।  बिहार सरकार में अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जातीय आधारित गणना (Bihar Caste based census report) की रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि राज्‍य में कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा है।

पिछड़ा वर्ग-27.12 %
अत्यंत पिछड़ा वर्ग-36.01 %
अनुसूचित जाति-19.65 %
अनुसूचित जनजाति-1.68 %
सामान्य वर्ग 15.52 %

बिहार में किस धर्म की कितनी आबादी…?

हिन्दू- 81.99%
मुस्लिम- 17.70%
ईसाई-.05%
सिख- .01%
बौद्ध-.08%

किस जाति की कितनी आबादी….?

ब्राह्मण- 3.67%
राजपूत- 3.45%
भूमिहार- 2.89%
कायस्थ – 0.60%
यादव – 14.26 %
कुशवाहा – 4.27
कुरमी- 2.87%
तेली- 2.81%
मुसहर- 3.08%
सोनार-0.68%
मल्‍लाह 2.60%
बढ़ई- 1.4%
कुम्हार- 1.4%
पासी- 0.9%
धोबी- 0.8%
मोची जाटव,रविदास- 5.2% !!

  • सर्वे के मुताबिक, बिहार की कुल आबादी है 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार. इसमें बिहार के बाहर रहने वाले प्रवासी भी हैं. करीब 53 लाख 72 हजार. यानी बिहार की सीमा में रहने वाले लोगों की संख्या हुई 12 करोड़ 53 लाख.
  • सर्वे के मुताबिक, कुल आबादी में पिछड़े वर्ग की संख्या है- 3 करोड़ 54 लाख 63 हजार. यानी 27.12 प्रतिशत.
  • अत्यंत पिछड़े वर्ग की आबादी है- 4 करोड़ 70 लाख 80 हजार. यानी 36 प्रतिशत.
  • अनुसूचित जाति यानी दलित समुदाय की आबादी है- 2 करोड़ 56 लाख 89 हजार. यानी 19.65 प्रतिशत.
  • अनुसूचित जनजाति यानी आदिवासी आबादी है- 21 लाख 99 हजार. यानी 1.68 फीसदी.
  • एक कैटगरी है अनारक्षितों की, जो तथाकथित अगड़ी जाति माने जाते हैं, उनकी आबादी है- 2 करोड़ 2 लाख 91 हजार. यानी 15.52 फीसदी. बिहार सरकार ने जारी किए जातिगत जनगणना के आंकड़े