परिवहन मुख्यालय में तीन साल से फंसा संभागीय निरीक्षकों का स्थाईकरण।
लखनऊ। परिवहन विभाग के बैकबोन कहे जाने संभागीय निरीक्षक प्राविधिक का स्थाई करण का मामला करीब तीन साल से परिवहन मुख्यालय में फसा पड़ा है। लेकिन इस ओर जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट नहीं हो पा रहा है।बताते हैं कि करीब 66 संभागीय निरीक्षक प्राविधिक का स्थाई करण होना है। करीब तीन से एक कदम आगे मामला नहीं बढ़ा। जिसके कारण विभाग संभागीय निरीक्षकों में बेचैनी भी देखी जा सकती है। लेकिन इस ओर विभागीय उच्च अधिकारी अपनी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। नतीजतन संभागीय निरीक्षकों के स्थाईकरण का मामले का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो तत्कालीन परिवहन आयुक्त धीरज साहू के समय से स्थाईकरण मझधार में लटका है। विभाग में वैसे भी संभागीय निरीक्षक प्राविधिक की भारी कमी है। दूसरी तरफ उच्च अधिकारी इनको मिलने वाले विभागीय लाभ को देने में रूचि लेते नहीं दिख रहे हैं। इस संबंध में अपर परिवहन आयुक्त प्रशासन नरेंद्र सिंह ने सोमवार को बताया कि कार्मिकों का स्थाईकरण तीन स्तर से गुजरने के बाद किया जाता है। संभागीय निरीक्षक प्राविधिक के स्थाईकरण के लिए स्वीकृति होना बाकी है।