डॉ. सोनेलाल पटेल की हत्या,सीबीआई जांच की मांग

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डॉ. सोनेलाल पटेल की हत्या की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सड़क पर उतरा अपना दल कमेरावादी। प्रदेशभर से जुटे कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल को उच्चस्तरीय सुरक्षा दिए जाने की मांग भी उठाई।

अजय सिंह

लखनऊ। अपना दल कमेरावादी के तत्वावधान में संस्थापक डॉ सोनेलाल पटेल के परिनिर्वाण दिवस (17 अक्टूबर) सोमवार को प्रदेशभर के विभिन्न जनपदों से आए कार्यकर्ताओं ने जोरदार धरना प्रदर्शन के माध्यम से मांगे उठाई। अपना दल के संस्थापक डॉ सोनेलाल पटेल की हत्या की सीबीआई जांच एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल को उच्चस्तरीय सुरक्षा दिए जाने की मांग को लेकर जुलूस की शक्ल में धरनास्थल पर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया।कार्यकर्ताओं ने “अद संस्थापक हत्या की सीबीआई जांच पर मौन क्यों, केंद्र व प्रदेश सरकार जवाब दो”, “राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल को उच्चस्तरीय सुरक्षा दो”, “डॉ पटेल के हत्यारों का पर्दाफाश करो” आदि नारे लगाते हुए हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया।

वक्ताओं ने कहा कि अपना दल के संस्थापक डॉ सोनेलाल पटेल एक व्यक्ति नहीं एक विचार थे। उन्होंने वंचित कमेरा समाज के लिए आजीवन संघर्ष किया। सामाजिक गैरबराबरी के खिलाफ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करने के कारण साजिश के तहत 17 अक्टूबर 2009 को उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या कर दी गई। तब से लगातार डॉ पटेल की हत्या की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है। लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है। इसलिए हम मांग करते हैं कि हत्या के पर्दाफाश के लिए सीबीआई जांच कराई जाये।

वक्ताओं ने कहा कि अपना दल कमेरावादी के द्वारा चलाया जा रहा सामाजिक न्याय का आंदोलन समाज विरोधी तत्वों की आंखों की किरकिरी बन गया है। जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल कर रही है। इसलिए हम मांग करते हैं कि उन्हें तत्काल उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रदान की जाये। वक्ताओं ने कहा कि जहां एक ओर तमाम नेताओं और वीआईपी के नाम पर अन्य लोगों को अनावश्यक रूप से सुरक्षा प्रदान किया गया है। वहीं दूसरी ओर प्रदेश भर में सांगठनिक कार्यों एवं सामाजिक न्याय की गतिविधियों के कारण सघन रूप से दौरे पर रहने वाली राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल की सुरक्षा को लेकर वर्तमान सरकारों की उदासीनता घोर आपत्तिजनक है। इसलिए सीबीआई जांच एवं सुरक्षा की जायज मांग पूरी होने तक तीव्र आंदोलन किया जाएगा।