राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा की समीक्षा

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मुख्य सचिव द्वारा अयोध्या के विकास कार्यो की समीक्षा तथा सभी कार्यो को एक्सपर्ट के विचार लेकर गुणवत्ता के साथ किये जाय तथा पानी आदि की व्यवस्था 24 घंटे पेयजल आपूर्ति हेतु जगन्नाथपुरी के तर्ज पर किया जाय एवं निर्माण कार्यो, अयोध्या के गलियों एवं सड़कों का विकास काशी विश्वनाथ कोरीडोर के तर्ज पर किया जाय।

मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक ने राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा की समीक्षा की ।

लखनऊ/अयोध्या। प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र एवं पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा की समीक्षा रामजन्मभूमि में स्थापित कन्ट्रोल रूम में की। इससे पूर्व, मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक ने रामलला मंदिर व हनुमान गढ़ी के दर्शन किये तथा राम जन्मभूमि परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि अयोध्या को विश्व स्तर की सिटी बनाने के उद्देश्य से हमे सभी क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुये कार्य करना है। श्रद्धालुओं को सुरक्षा जांच से कोई परेशानी न हों तथा किसी भी प्रकार से हमारी सुरक्षा व्यवस्था में चूक न हो, ऐसी आदर्श सुरक्षा व्यवस्था को लागू करना है। समय-समय पर सुरक्षा की समीक्षा होती रहती है एवं इसकी सुरक्षा की नियमित समीक्षा की जायेगी।


मुख्य सचिव ने कहा कि अयोध्या को विश्व स्तर की सिटी बनाने के लिए बेहतर कार्य करना है तथा इसके विकास के लिए पेयजल व्यवस्था के लिए, आम पर्यटकों के लिए भी बेहतर काम किये जा रहे है। इसी के क्रम में उनके द्वारा भ्रमण किया गया है तथा समीक्षा की गयी।उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव को सम्पन्न कराने के लिए पूरी तैयारियां है तथा कोविड के प्रभाव को देखते हुये उनके द्वारा नियमित समीक्षा की जा रही है। इस माह की 20 तारीख तक पात्र व्यक्तियों को प्रथम डोज एवं लगभग 75 प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को द्वितीय डोज लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।इस अवसर पर मण्डलायुक्त एम0पी0 अग्रवाल, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय, नगर आयुक्त विशाल सिंह, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पत राय सहित केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसी, सम्बन्धित विभागों व एलएनटी के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

अयोध्या के विकास कार्यो का प्रस्तुतीकरण मण्डलायुक्त श्री एम0पी0 अग्रवाल किया गया। जिसमें अयोध्या के विकास के लक्ष्य हेतु वृहद कार्ययोजना बनायी गयी है, जिसमें श्रद्वालुओं की संख्या में वृद्वि एवं मंदिर निर्माण को देखते हुये 3 लक्ष्य निर्धारित किये गये है जिसमें वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र, पर्यटन केंद्र, सस्टेनेबल स्मार्ट सिटी तथा सांस्कृतिक अयोध्या, आधुनिक अयोध्या, सुगम्य अयोध्या, सुरम्य अयोध्या, भावनात्मक अयोध्या, स्वच्छ अयोध्या, आयुष्मान अयोध्या, सक्षम अयोध्या आदि को केन्द्र में माना गया है जिसमें अयोध्या में 110 परियोजनाएं चल रही है तथा 45 परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी है इसमें लगभग 28 कार्यकारी विभाग है तथा कुल योजनाओं की लागत लगभग 16 हजार करोड़ है, जिसमें मुख्य रूप से 08 कुंडो का कायाकल्प, जल शुद्वीकरण, अयोध्या का सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना, अयोध्या के चयनित ऐतिहासिक स्थलों पर सरफेस सुधार, भित्ति चित्र, कलाकृति बनाना, अयोध्या बाईपास के पास मल्टीलेबल कार पार्किंग, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग, राम की पैड़ी, नये बस डिपो का निर्माण आदि कार्य जो पूरे हो गये है उसको और जनोपयोगी बनाना, रामायण सर्किट थीम पर आधारित अयोध्या मुख्य एवं फुटपाथ मार्ग का नवीनीकरण करना, 5 स्थानों भजन संध्या स्थल, रामकथा पार्क, मशीनीकृत कार पार्किंग एवं रेस्टोरेंट, सांस्कृतिक मंच आडियोटोरियम, मुक्ताकाशी मंच आदि को थ्री पीपी माॅडल पर रख रखाव करना, अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में आर्ट गैलरी बनाना, अयोध्या शोध संस्थान का आधुनिकीकरण करना, शहर को मानक मापदण्डों के अनुसार विकसित करना, इसके लिए दीर्घकालिक पेयजल योजना बनाना, मुख्य अयोध्या के 15 वार्डो के गलियों एवं सड़कों का निर्माण करना, मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण करना, अयोध्या रेलवे स्टेशन का बेहतर निर्माण करना तथा शहर के प्रमुख स्थान, टेढ़ीबाजार चैराहा, कौशलेश कुंड, कलेक्टेªट कार्यालय, जलकल अमानीगंज, श्रीराम गुलेरा मंदिर के सामने वाहन पार्किंग एवं दुकानों का निर्माण करना, कम्प्रेहेंसीब मोबिलिटी प्लान बनाना, समेकित ट्रैफ्रिक मैनेजमेंट प्लान बनाना, अयोध्या के जुड़वा शहर के मुख्य मार्ग सहादतगंज से नयाघाट तक तथा सुग्रीव किला से रामजन्म मंदिर मार्ग एवं श्रृंगार हाट से राम जन्मभूमि मंदिर मार्ग को विकसित करने हेतु रू0 लगभग 1080 करोड़ की योजना है इसको समयबद्व ढंग से लागू करना है। अयोध्या के गुप्तारघाट से नयाघाट के सरयू नदी तट को बेहतर बनाना आदि प्रमुख कार्य है। इन कार्यो पर बिन्दुवार प्रकाश मण्डलायुक्त श्री एम0पी0 अग्रवाल, जिलाधिकारी श्री नितीश कुमार, नगर आयुक्त श्री विशाल सिंह तथा अन्य परियोजना के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। सभी योजनाओं के प्रस्तुतीकरण के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि हमें अयोध्या को रामायणकालीन एवं भगवान राम के चरित्र एवं आदर्शो पर आधारित अयोध्या को विकसित करना है इसके लिए जो भी योजनाएं चल रही है सभी में एक्सपर्ट/विशेषज्ञों के जहां आवश्यक है विचार लेकर पूरा किया जाय।

योगी आदित्यनाथ का दिनांक 7 जनवरी 2022 को अयोध्या भ्रमण कार्यक्रम

मुख्यमंत्री का आगमन लगभग दोपहर को अयोध्या के राजकीय इंटर कॉलेज में बने हेलीपैड पर पहुंचेंगे जहां पर माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट एवं स्मार्ट फोन का वितरण करेंगे तथा उसके पश्चात लगभग एक घंटे बाद लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे। जैसा कि आप जानते है कि मुख्यमंत्री जी को जेड प्लस/हाई सुरक्षा से आच्छादित है तथा कोविड का प्रकोप भी है। आदि को देखते हुये सीमित संख्या में प्रेस दीर्घा से पत्रकार साथी कवरेज करेंगे। इस कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन द्वारा अलग से कोई पास जारी नही किया गया है। मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम का सजीव प्रसारण ए0एन0आई0 एवं दूरदर्शन टीम द्वारा किया जायेगा तथा स्थानीय स्तर पर स्थापित सोशल मीडिया गु्रप से भी फोटो आदि को उपलब्ध कराया जायेगा। इस सम्बंध में मण्डलायुक्त एम0पी0 अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक के0पी0 सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय आदि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के क्रम में पूर्व की भांति उप निदेशक सूचना डा0 मुरली धर सिंह ने बताया है कि मा0 मुख्यमंत्री जी के कवरेज कार्यक्रम स्थल/सम्बंधित हाल में स्थापित प्रेसदीर्घा से किया जायेगा। कार्यक्रम स्थल पर सम्बंधित मीडिया कर्मियों को अपने मान्यता कार्ड/संस्थान से परिचय पत्र आदि के आधार पर प्रवेश द्वार से प्रवेश मिलेगा तथा कार्यक्रम स्थल पर कार्य प्रारम्भ के एक घंटे पूर्व ही अपना स्थान लेने का हमारे मीडिया सहयोगी कष्ट करें तथा प्रवेश द्वार पर मैं स्वयं एवं सूचना विभाग की टीम भी उपस्थित रहेगी।