स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलायें बन रही है आत्मनिर्भर

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राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर जनपद की महिलायें बन रही है आत्मनिर्भर।


प्रतापगढ़, ग्रामीण गरीब निर्धन परिवारों की महिलाओं को आजीविका स्वयं सहायता समूहों और इनकी स्वप्रबन्धित संस्थाओं में संगठित कर उन्हें विभिन्न माड्यूलों द्वारा प्रशिक्षित करए पंचसूत्र का पालन करने वाले समूहों को नियमानुसार एवं पात्रतानुसार मिशन द्वारा विभिन्न निधियां प्रदानकर उन्हें स्थाई आजीविका की विभिन्न गतिविधियों से जोड़कर गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकालने की भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार की एक अति महत्वाकांक्षी योजना है। एन0आर0एल0एम0 ;राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशनद्ध पूर्व में संचालित एस0जी0एस0वाई को संशोधित एवं परिवर्तित कर वर्ष 2013 से एन0आर0एल0एम0 योजना पूरे देश में लागू की गई।

शुरूआत में यह योजना प्रदेश में दो अप्रोच से संचालित की गई इन्टेन्सिव एवं नॉन इन्टेन्सिव। इन्टेन्सिव अप्रोच के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2018.19 में जनपद प्रतापगढ़ इन्टेन्सिव घोषित हुआ। वित्तीय वर्ष 2018.19 में जनपद के दो विकास खण्ड मानधाता एवं बाबा बेलखरनाथधाम रिर्सोस इन्टेन्सिव विकास खण्ड के रूप में चयनित किये गयेए वित्तीय वर्ष 2019.20 में 03 और विकास खण्ड बिहारए बाबागंजए कुण्डा का चयन इन्टेन्सिव विकास खण्ड के रूप में हुआ तथा अवशेष 12 विकास खण्ड वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020.21 में इन्टेन्सिव घोषित हुये। जनपद के रिसोर्स इन्टेन्सिव विकास खण्डों ;मानधाता एवं बाबा बेलखरनाथधामद्ध में एन0आर0ओ0 जीविका बिहार के माध्यम से ईसीआरपी टीमों द्वारा समूहों का गठन एवं प्रशिक्षण का कार्य किया गया तथा अवशेष इन्टेन्सिव विकास खण्डों में अब स्वयं की तैयार की गई आई0सी0आर0पी0 टीमों के माध्यम से समूह गठन एवं प्रशिक्षण का कार्य किया जा रहा है।

एन0आर0एल0एम0 योजनान्तर्गत महत्वपूर्ण कार्य किये जा रहे है जिसके अन्तर्गत इन्टेन्सिव अप्रोच अन्तर्गत अब तक जनपद की कुल 309 ग्राम पंचायतें आच्छादित की जा चुकी है। अवशेष चरणबद्ध तरीके से आच्छादित की जा रही है। विभिन्न सी0आर0पी0 टीमों द्वारा लगभग 2040 इन्टेन्सिव महिला समूहों का गठन एवं प्रशिक्षण दिया गया। योजनान्तर्गत अब तक लगभग 25000 ग्रामीण गरीब परिवारों को समूहों और उनके संघों से आच्छादित किया जा चुका हैं गठित समूहों में से 1790 समूहों के बैंक बचत खाते खुलवाये जा चुके हैए अवशेष की पत्रावलियॉ तैयार कर शीघ्र ही बचत खाते खुलवाये जायेगें। एन0आर0एल0एम0 योजनान्तर्गत नियमानुसार एवं ग्रेडिंग उपरान्त पात्रता के अनुसार समूह स्टार्टअप 1553 समूहों को दिया गयाए रिवाल्विंग फण्ड 1777 समूहों को दिया गयाए सामुदायिक निवेश निधि 1120 समूहों को दिया गयाए ग्राम संगठन स्टार्टअप 52 ग्राम संगठनों को दिया गयाए जोखिम निवारण निधि 41 ग्राम संगठनों को दिया गया तथा संकुल संघ स्टार्टअप 06 सी0एल0एफ0 को दिया गया है।

सी0आई0एफ0 प्राप्त समूहों की ग्रेडिंग कराकर अब तक लगभग 500 समूहों को बैंकों से लिंकेज भी कराया जा चुका है। 71 ग्राम पंचायतों में ग्राम संगठनों का गठन किया जा चुका है एवं रिर्सोस इन्टेन्सिव विकास खण्डों मानधाता एवं बाबा बेलखरनाथधाम में 06 संकुल संघों का भी गठन कर कार्यालय स्थापित किया गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत जनपद की 1692 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा आजीविका हेतु बकरी पालन, सिलाई, मुर्गी पालन,दुकान ;विभिन्न प्रकार केद्ध, भैंस पालनध्गाय पालन, आंवला उत्पादनध्उत्पादए बरी, पापड़ए आंवला उत्पाद, कृषि, सी0आई0बी0ए मछली पालन, नर्सरी, मसाला खेती आदि के कार्य किये जा रहे है जिससे उन्हें अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है। जनपद की समस्त परिषदीय विद्यालयों के छात्र.छात्राओं ;लगभग 223000द्ध के स्कूल यूनीफार्म की सिलाई का कार्य लगभग 166 समूहों की 500 महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। अब तक लगभग 1ण्30 लाख से अधिक ड्रेस तैयार किया जा चुका है जिनका वितरण का कार्य भी शुरू किया गया है। जनपद की 45 ग्राम पंचायतों में रिक्त पीडीएस शाप का आवंटन प्राथमिकता के आधार पर समूहों को किये जाने की कवायद शुरू की गई है जिनमें से 10 पीडीएस शॉप का आवंटन एसडीएम स्तर पर जमा कराया जा चुका हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों से महिलायें जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही है।